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Kamad Giri Darshan [कामद गिरी दर्शन]
कामद भें गिरि राम प्रसादा।
अवलोकत अपहरत विषादा।।
Kamadgiri, the original Chitrakuta, is a place of prime religious significance. A forested hill, it is skirted all along its base by a chain of temples and is venerated today as the holy embodiment of Rama. Lord Rama is also known as Kamadnathji which literally means fulfiller of all wishes. There is a 5 km Parikrama Path around the Kamadgiri Mountain.

चित्रकूट के मुख्य देव कामतानाथ हैं जो कामदगिरि पर विराजमान हैं। कामदगिरि की परिक्रमा और दर्शन करने से व्यक्ति की सभी मनोरथ पूर्ण होती हैं। पांच किलोमीटर की परिक्रमा उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बीच आधी-आधी बटी है। इस पर्वत के चार द्वार चारों दिशाओं में है। जिनमें भगवान राम के विर्ग्रह रुप कामतानाथ विराजमान है। प्रथम द्वार दर्शन करके कामदगिरि की परिक्रमा आरम्भ होती है। पर्वत के चारों ओर पक्का परिक्रमा मार्ग बना है। परिक्रमा में मुखारबिंद, साक्षी गोपाल, भरत-मिलाप, बरहा हनुमान जी, सरयू धारा, पीलीकोठी और बिहारी जी आदि कई देवालय हैं। कामदगिरि के दक्षिणी ओर एक छोटी पहाड़ी पर लक्ष्मणजी का एक मंदिर भी है। एेसा मान्यता है कि वनवास में लक्ष्मण जी यहीं रहा करते थे। यहीं से भगवान राम व माता सीता की पहरेदारी करते थे।
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